Saving Account में ₹50,000 से ₹10 लाख तक कैश जमा का खेल: नियम, जोखिम और समाधान

Saving Account में ₹50,000 से ₹10 लाख तक कैश जमा का खेल: नियम, जोखिम और समाधान

Saving Account में कितना Cash Deposit कर सकते हैं? जानिए नियम और संभावित टैक्स नोटिस से कैसे बचें

नमस्कार दोस्तों! अक्सर लोग पूछते हैं कि आखिर सेविंग्स बैंक अकाउंट में हम कितनी Cash तक नकद जमा कर सकते हैं? क्या इसकी कोई सीमा है? क्या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इस पर नजर रखता है? अगर आपके भी मन में ऐसे सवाल हैं, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए बेहद जरूरी है।

Saving Account में बैलेंस की कोई सीमा नहीं

सबसे पहले यह बात समझ लीजिए कि सेविंग्स अकाउंट में कितनी Cash रख सकते हैं, इस पर कोई कानूनी रोक नहीं है। यानी आप चाहें तो ₹50,000 रखें, ₹5 लाख या उससे भी ज्यादा – यह पूरी तरह आपकी मर्जी है। बस शर्त यही है कि बैंक द्वारा तय किया गया मिनिमम बैलेंस अकाउंट में बना रहना चाहिए।

कैश डिपॉजिट पर लागू होते हैं कुछ जरूरी नियम

हालांकि सेविंग्स अकाउंट में पैसा जमा करने की कोई सीधी सीमा नहीं है, लेकिन अगर आप नकद Cash जमा कर रहे हैं, तो कुछ बेहद महत्वपूर्ण नियमों का ध्यान रखना अनिवार्य है। आइए एक-एक करके इन्हें समझते हैं:

1. ₹50,000 से अधिक जमा करने पर पैन कार्ड अनिवार्य

  • अगर आप एक दिन में अपने Saving Account में ₹50,000 या उससे अधिक नकद जमा करते हैं,तो बैंक आपसे आपका पैन नंबर जरूर मांगती है।
  • पैन नंबर से यह ट्रैक किया जा सकता है कि किस पैन पर कितनी नकद Cash जमा की गई है। यह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को संदिग्ध लेन-देन पर नजर रखने में मदद करता है।

2. ₹1 लाख से ज्यादा जमा करने पर स्रोत की जानकारी जरूरी

  • अगर किसी एक दिन में आप ₹1,00,000 से ज्यादा नकद जमा करते हैं, तो बैंक आपसे यह पूछ सकती है कि यह पैसा कहां से आया? क्या यह आपकी आय का हिस्सा है, कोई व्यापार से कमाई हुई रकम है, या किसी अन्य स्रोत से मिला है?
  • यह जानकारी बैंक इसलिए मांगती है क्योंकि इनकम टैक्स एक्ट और मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट के तहत बैंक को ऐसी बड़ी नकद जमा की रिपोर्ट करनी होती है।
  • साथ ही, इतनी बड़ी राशि पर कैश हैंडलिंग चार्जेस भी लग सकते हैं – जो हर बैंक के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं।

3. साल भर में ₹10 लाख से ज्यादा जमा करने पर रिपोर्टिंग अनिवार्य

  • यदि आप पूरे वित्तीय वर्ष में ₹10 लाख या उससे अधिक की नकद राशि सेविंग्स अकाउंट में जमा करते हैं, तो बैंक को यह विवरण इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देना पड़ता है। यह जानकारी आपके AIS (Annual Information Statement) या TIS (Taxpayer Information Summary) में दिखाई देती है।
  • अगर आपने इस जमा की गई राशि को अपनी इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं दर्शाया है, तो इनकम टैक्स विभाग आपको नोटिस भेज सकता है। इसलिए, बड़ी नकद जमा से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह आपकी आय से मेल खाती हो और उसे टैक्स रिटर्न में दिखाया गया हो।
  • सेक्शन 269ST – नकद लेन-देन की एक और महत्वपूर्ण सीमा
    इनकम टैक्स एक्ट की धारा 269ST के अनुसार, एक व्यक्ति को किसी एक लेन-देन, एक इवेंट या एक इनवॉइस के तहत अधिकतम ₹2 लाख तक ही नकद स्वीकार करने की अनुमति है। यदि आप इससे अधिक कैश लेते हैं, तो आपके ऊपर जितनी राशि आपने ली है, उतनी ही पेनल्टी लग सकती है – यानी 100% पेनल्टी!

करेंट अकाउंट में क्या है नियम?

अब सवाल उठता है कि क्या यही नियम करंट अकाउंट पर भी लागू होते हैं? तो इसका जवाब है – नहीं। करंट अकाउंट में नकद जमा की कोई कानूनी सीमा नहीं है। हां, कुछ बैंकों में कैश डिपॉजिट पर हैंडलिंग चार्जेस जरूर लगते हैं, लेकिन सरकार या टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से कोई खास लिमिट नहीं है।

🔚निष्कर्ष

तो दोस्तों, कुल मिलाकर सेविंग्स अकाउंट में नकद जमा करते समय आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना है:

  • एक दिन में ₹50,000 से ज्यादा जमा करने पर पैन अनिवार्य।
  • ₹1 लाख से ज्यादा पर स्रोत की जानकारी मांगी जा सकती है।
  • साल भर में ₹10 लाख से अधिक जमा करने पर टैक्स विभाग को सूचना जाती है।
  • एक बार में ₹2 लाख से ज्यादा नकद लेने पर भारी जुर्माना लग सकता है।

इसलिए अगर आप इन सभी नियमों का पालन करते हैं, तो निश्चिंत होकर नकद लेन-देन कर सकते हैं। नहीं तो टैक्स नोटिस का खतरा बना रहता है।आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी। यदि आपके पास इससे जुड़े कोई सवाल हैं, तो कमेंट करके जरूर बताएं।

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